पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने खाताधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है। इस संदेश के जरिए बैंक ने डिजिटल करेंसी के प्रति लोगों को जागरूक करने की पहल की है। बैंक का कहना है कि अब रुपये को एक नए स्वरूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा – डिजिटल करेंसी के रूप में। इस नई प्रणाली के अंतर्गत ग्राहक अपना रुपया एक डिजिटल वॉलेट में संग्रहित कर सकेंगे। इसके लिए PNB लगातार ग्राहकों को जानकारी भरे संदेश भेज रहा है।
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PNB Bank Alert |
यदि आपका खाता पंजाब नेशनल बैंक की किसी भी शाखा में है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। बैंक की ओर से बताया गया है कि यह डिजिटल करेंसी सामान्य रुपयों की तरह ही मूल्य रखती है, लेकिन यह केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप में मौजूद होती है। इसका उपयोग मोबाइल या अन्य डिजिटल माध्यमों से किया जाता है। इसमें न तो नोट की जरूरत होती है और न ही सिक्कों की — यह पूरी तरह पेपरलेस और कैशलेस व्यवस्था है।
क्या है डिजिटल रुपया?
भारत में इस डिजिटल मुद्रा को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहा जाता है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किया जाता है। इसे "डिजिटल रुपया" भी कहा जाता है। जिस प्रकार आप भौतिक नोट या सिक्के प्रयोग करते हैं, ठीक वैसे ही डिजिटल रुपया मोबाइल या वॉलेट के माध्यम से खर्च किया जा सकता है।
डिजिटल वॉलेट की आवश्यकता
डिजिटल करेंसी को केवल डिजिटल वॉलेट के जरिये ही स्टोर व ट्रांसफर किया जा सकता है। यदि आप किसी व्यापारी से खरीदारी करना चाहते हैं या किसी व्यक्ति को यह मुद्रा भेजना चाहते हैं, तो दोनों के पास डिजिटल वॉलेट का होना आवश्यक है। पंजाब नेशनल बैंक ने इस सुविधा की शुरुआत कर दी है और इसे अपनाने के लिए ग्राहकों को प्रोत्साहित कर रहा है।
PNB का क्या कहना है?
PNB द्वारा जारी संदेश में कहा गया है कि डिजिटल रुपया भी उतना ही सुरक्षित है जितना कि आपका नकद रुपया। यह एक आधुनिक, पारदर्शी और सुविधाजनक लेन-देन का जरिया है, जिससे आप बिना नकदी के लेनदेन कर सकते हैं। यह प्रणाली पूरी तरह से रिकॉर्डेड और ट्रैक योग्य होती है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना बेहद कम हो जाती है। बैंक ने यह भी बताया है कि डिजिटल करेंसी के आने से नकद रखने की जरूरत नहीं रहेगी, और लेनदेन भी काफी तेज और सुरक्षित होंगे।
इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि फिजिकल नोट की छपाई में खर्च होने वाली राशि की भी बचत होगी, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
डिजिटल करेंसी के लाभ:
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काले धन पर नियंत्रण: नकद की तुलना में डिजिटल करेंसी से ट्रांजेक्शन पूरी तरह पारदर्शी होता है।
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नकली नोटों से राहत: डिजिटल होने के कारण नकली करेंसी की संभावना शून्य हो जाती है।
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डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूती: केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान को यह तकनीक और अधिक सशक्त बनाएगी।
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लेन-देन पर स्पष्ट रिकॉर्ड: हर ट्रांजेक्शन का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड रहता है जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
यह पूरी व्यवस्था भारत सरकार के डिजिटल इंडिया विजन का हिस्सा है और आने वाले समय में डिजिटल मुद्रा देश की वित्तीय प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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